ऊपर दिए गए लंबे मंत्र की तरह यह भी लंबा है, लेकिन उच्चारण में सरल है। वह इस प्रकार है- शरीर के अंगो पर तिल के होने का महत्त्व देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। ‘‘ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।’’ Goddess Devi was delighted, you picked up your chanting https://vashikaran78654.jts-blog.com/33568613/the-best-side-of-vashikaran-mantra